बिजनेस लोन लेकर खड़ा किया करोड़ों का कारोबार। कौन कहता है कि एक गरीब लोन (loan) लेकर व्यवसाय (business) नहीं कर सकता। कहानी एक गांव के सबसे पिछड़े और गरीब परिवार की है, जिनके पास न खाने के लिए धन था और ना ही कुछ व्यवसाय करने के लिए। कोई सहायता करने वाला भी नहीं था। बस था तो एक विश्वास जिसके बल पर एक दिन करोड़ों का बिजनेस खड़ा कर दिया।
ये कारनामा सिर्फ कुछ ही वर्षो में किया जो कोई सोच भी नहीं सकता। हम और आप चाहकर भी नहीं कर सकते, क्यों कि हमारे दिमाग में एक ही डर रहता है खोने के का, फिर लोग क्या कहेंगे? जो खोने से डरते नहीं वे लोग ही समाज और देश में कुछ अलग कर पाते है। जैसा उन्होंने किया।
जी हाँ दोस्तों! कहानी महाराष्ट्र के उस इलाके की है जहां पानी के लिए भी लोग तरसते है। सबसे ज्यादा अकाल का सामना करने वाले, उस गांव में खेती या कोई और धंधा करने की सम्भावना लगभग न के बराबर होती है।
खेलने की उम्र में उनको मजदूरी करने के लिए परिवार को गांव छोड़ना पड़ा। दुखी मन से गांव को भूले ही नहीं थे की शहर की गन्दी नाली की बदबू और भीड़ – भाड़ वाले अनजान लोगों के बीच बचपन गुजरन पड़ा।
Business Loan लेकर खड़ा किया करोड़ों का कारोबार
माता – पिता शहर में मजदूरी करने चले जाते और बचपन में अकेलापन मिला, वो भी अनजान शहर में। बस उसी बचपन के अकेलापन को गुजारते – गुजारते एक विचार आया।
क्या हम अकेले है जो इस समस्या से गुजर रहे है?
हमारे जैसे और भी इस अकेलापन के शिकार होंगे?
क्यों ना हम मिलकर इस अकेलापन को दूर करें।
सोचा नहीं था कि बचपन की सोच उन्हें बड़ा बना देगी। उसी इलाके के एक परिवार के कुछ बच्चों ने कुछ अलग करने की सोची जो कोई बड़ा भी नहीं सोच सकता। फिर जरुरत के अनुसार सबकुछ होता गया और एक दिन यही बड़ा व्यवसाय बन गया।
सोचो उन बच्चों ने कैसे किया होगा?
दोस्तों बच्चों ने अपने ही जैसे अकेलापन से ग्रस्त बच्चों से मिलना – जुलना शुरू किया और देखते ही देखते बड़े धनी लोगों के बच्चों को भी जरुरत महसूस हुई और जिन परिवार के सभी लोग नौकरी करने वाले थे जो बच्चों को ऐसी जगह रखना चाहते थे जहां उनके बच्चे खुश रहे।
दोस्तों बच्चे बच्चों के साथ ज्यादा खुश रहते है। यही विचार एक व्यवसाय बन गया। सभी बच्चे एक साथ रहकर खेलते और मस्ती करते। बच्चों की ख़ुशी देखकर शहर के परिवार वालों ने भी अपने बच्चों को भेजने शुरू कर दिया।
अब बदले में पैसे भी मिलने शुरू हो गए। देखते ही देखते बच्चों की सख्या बढ़ती गयी और बिजनेस लोन लेकर सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गयी। बड़ी जगह किराये पर ली गयी। वहां पर सभी तरह के खिलौने, खेलने की चीजें और रहने की व्यवस्था की गयी।
फिर ये बिज़नेस एक ब्रांड बन गया, फिर लोगों ने दूसरे शहरों में फ्रैंचाइज़ लेनी शुरू कर दी और अब ये करोड़ों का कारोबार का रूप ले लिया है।
दोस्तों कहते है कि business loan लेकर जो दिल से कोई भी बिज़नेस करता है तो सफलता जरूर मिलती है।