स्वास्थ्य बिमा को अंग्रेजी में health insurance कहते है। स्वास्थ्य बिमा उसे कहते है जो आपके बीमार होने पर आपकी बीमारी के सारे खर्चे उठाये। बिमा कम्पनी से बिमा धारक के बीच एक अनुबंध होता है कि अगर हेल्थ इन्शुरन्स पालिसी लेता है तो हेल्थ पॉलिसी की वास्तविक मूल्य के बराबर बीमारी का खर्च बिमा कम्पनी उठाएगी।
ये एक पर्सनल फाइनेंस न्यूज़ है। स्वास्थ्य बिमा ज्यादा कवर वाला लेना फायदेमंद होता है ऐसा विशेषज्ञ कहते है। आपको भी हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय महंगाई का भी ध्यान रखना चाहिए।
बीमारी के दस्तक देने से पहले ही हेल्थ इंश्योरेंस खरीदना समझदारी मानी जाती है। कई लोग इस गलतफहमी में रहते है कि मेडिकल इमरजेन्सी होने पर स्वास्थ्य बिमा खरीद लेंगे और बिमा की राशि को बढ़ा लेंगे। लेकिन हेल्थ इंश्योरेंस ऐसा प्रोडक्ट नहीं है जिसे आप कभी भी खरीद सके। हेल्थ कंडीशन के आधार पर बिमा कंपनियां हेल्थ इंश्योरेंस देने से मना कर सकती है। इसलिए बीमारी के दस्तक देने से पहले ही हेल्थ इंश्योरेंस खरीदना समझदारी भरा फैसला हो सकता है।
इन तीन बातों का रखें ध्यान
भविष्य महंगाई का रखें ध्यान – अधिकतर लोन पांच लाख से दस लाख हेल्थ बिमा खरीदते है। लेकि भविष्य में महंगाई बढ़ने के अनुपात में इलाज का खर्च भी बढ़ जायेगा। जिस बीमारी के इलाज में आज पांच लाख रूपये खर्च होते है, बीस साल बाद उसके इलाज में पंद्रह लाख रूपये हो सकते है।
जोखिम को ध्यान में रखें – पॉलिसी खरीदने से पहले भविष्य के जोखिम का भी ध्यान रखें। अचानक बीमारी, परिवार में एअर्निंग मेंबर की मृत्यु होने पर बच्चों की पढ़ाई, शादी के खर्च को भी ध्यान में रखें। ऐसी पॉलिसी ले जो इस सभी खर्च को कवर करती है।
कमरे और आईसीयू का खर्च – कई कंपनियां अस्पताल में कमरे और आईसीयू के लिए भुगतान को सिमित रखती है। उन्ही हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को चुने जो अस्पताल में भर्ती होने पर पुरे इलाज, कमरे का किराया और नर्सिंग के खर्चों को कवर करती है।